इन दिनों नहीं इन दिनों ब्लॉक श्याम तकनीक काफी चर्चा में है इसकी मदद से ना सिर्फ सुरक्षित और तेज लेन-देन संभव है बल्कि इसका इस्तेमाल कानूनी कार्य विभाग स्वास्थ्य आंकड़ा एक निजी दस्तावेजों आदि को सुरक्षित रखने में भी किया जा सकता है आइए जानते हैं कि ब्लॉकचेन है क्या


रिजर्व बैंक ने बिटकॉइन के लेनदेन को अमान्य करार देते हुए कहा है कि वह इसके पीछे इस्तेमाल के लिए की जाने वाली ब्लॉकचेन तकनीक का खुद इस्तेमाल करना चाहता है सवाल उठता है कि भला इसमें ऐसा क्या है। इस ब्लॉकचेन तकनीक में कि बिटकॉइन का प्रतिकार करते हुए भी तमाम सरकारें भी इस तकनीक को अपनाने को आतुर है? सीधे शब्दों में कहें तो ब्लॉकचेन एक से दूसरे व्यक्ति के बीच लेनदेन को संभव आसान, तेजा और सुरक्षित बनाने वाली तकनीक है। फिलहाल हम वित्तीय लेन-देन की बात कर रहे हैं, लेकिन भविष्य में यह लेनदेन कई दूसरी तरह का भी हो सकता है अब आप कहेंगे कि यह काम करने के लिए तो दुनिया भर में तमाम Bank उपलब्ध है तो जवाब यह है कि ब्लॉकचेन मौजूदा बैंकिंग प्रणाली के विकल्प के रूप में सामने आया है ।हालांकि इसकी अपनी उलझने है और चुनौतियां है लेकिन इस बात की काफी आधार मौजूद है कि लेन देन के मामले में यह मैजुदा वितीय प्रणालीयो से बेहतर सिद्ध हो सकती है आइए समझते हैं कैसे..।

कैसे कार्य करता है ब्लॉकचेन 

ब्लॉकचेन एक ऐसा विकल्प है जिसके तहत ना तो किसी बैंक का वजूद है और ना ही कोई दूसरी संस्था बिचौलिए की भूमिका में है यह लेनदेन की विकेंद्रीकृत प्रणाली है जिसमें धन का लेन देन दो व्यक्तियों के बीच सीधे संपन्न होता लेकिन इसके बावजूद यह लेन-देन में सुरक्षित और प्रमाणिक है इतना ही नहीं धन के हस्तांतरण की प्रक्रिया पूरी तरह पर्दाफाश है यानी दुनियाभर में लाखों लोग जो ब्लैक ब्लॉकचेन नेटवर्क का हिस्सा है उन सब को इस लेन देन की जानकारी है ब्लॉकचेन के जरिए धन का हस्तांतरित तुरंत होता है और कोई शुल्क भी नहीं लगता यह किसी भी तरह की हैकिंग से भी सुरक्षित है।

ओपन लेज़र की तरह है..


ब्लॉकचेन नहीं ओपन लेजर की अवधारणा है आप जानते हैं कि हर बैंक का अपना ब्लेजर खाता नहीं होता है जिसमें वहां होने वाले तमाम लेन-देन का विवरण दर्ज किया जाता है लेकिन इसे दिखाने अपडेट करने की सुविधा उस बैंक के स्टाफ तक ही सीमित है यह सूचनाओं को बंद रखने वाली प्रणाली है दूसरी तरफ को पल्लू लटके एकदम उलट है इसलिए हमें दर्जन सूचनाओं सबको उपलब्ध है दर्जी सूचनाएं उपलब्ध हैं और इसलिए इसका नाम 'ओपन लेजर' पड़ा है जब एक शाखा ब्लॉकचेन व्यवस्था के जरिए दूसरे शाखा को धन भेजता है तो इसलिए हमें एक एंट्री की जाती है जो उसी के अनुरूप दोनों व्यक्तियों के पास मौजूद धनराशि भी अपडेट हो जाती है खास बात है कि नहीं है यानि किसी एक जगह पर नहीं रखा हुआ है बल्कि दुनिया भर में फैले हुए ऐसे अनगिनत कंप्यूटर में स्त्रियां मौजूद है जो ब्लॉकचेन नेटवर्क का हिस्सा है तो इसका अर्थ यह हुआ कि जब भी ब्लॉकचेन के जरिए कोई लेन-देन होता है तमाम तमाम अनगिनत नेटवर्क के पास रखी है उसकी एंट्री हो जाती है अब तक आप यह भी समझ चुके होंगे कि हर शख्स के पास मौजूद लेजर एकदम समान है यानी कि एकदम टू कॉपी है जो कंप्यूटर नेटवर्क से जुड़े हुए हैं उन्हें 'नोड' कहा जाता है।


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अपडेट होता रहता है नोट्स 


शायद आपको अंदाजा लग गया होगा कि इतनी बड़ी संख्या में नोट पर मौजूद ले गया लेनदेन का ब्योरे को पूरी तरह सिंक्रोनाइज रखना बहुत बड़ी चुनौती होगी इसलिए ब्लॉकचेन नेटवर्क में हर 10 मिनट में के अंतराल में सभी नोट्स के पास मौजूद लेकर को अपडेट करने की प्रक्रिया चलती रहती है हर 10 मिनट में यह सुनिश्चित किया जाता है कि सभी नोट्स के पास एकदम सामान लेकर मौजूदा जाहिर है जब भी कोई लेन-देन किया जाता है तो ज्यादा से ज्यादा 10 मिनट के भीतर दुनिया भर में मौजूद है इसका विवरण दर्ज हो जाता है और धन संबंधी व्यक्तियों के पास पहुंच जाना जाता है यहां बैंक की कोई भूमिका नहीं रही लेकिन दुनिया भर में तमाम लोगों को पता चल गया कि फलां व्यक्ति ने इतनी रकम वाला व्यक्ति को भेज दी।

क्यों सुरक्षित है ब्लॉकचेन 

आखिरकार बैंक क्या करता है आपके धन के ट्रांसफर को प्रमाणित ही तो करता है वही की वही काम यहां पर एक अलग व्यवस्था के जरिए एक विश्वव्यापी नेटवर्क कर रहा है जिस लेजर की बात हमने ऊपर की है उसमें कीजिए आने वाली आंटी ब्लॉक के रूप में होती है एक लेनदेन पर सूचनाओं का ब्लॉक तैयार होता है जिसमें लेन-देन का विवरण और इस ब्लॉक की यूनिक आईडी और पिछले लेन-देन के ब्लॉक की यूनिक आईडी दर्ज होती है। हर लेनदेन से जुड़े ब्लॉक 1 सीरीज के रूप में आपस में जुड़े रहते हैं इसलिए सूचनाओं के साथ बीच में कहीं भी छेड़छाड़ नहीं की जा सकती। अगर एक ब्लॉक को छेड़ा तो सीरीज टूट जाती है और तुरंत पता चल जाता है कि कहीं कुछ गलत हुआ है। इसलिए ब्लॉकचेन व्यवस्था बेहद सुरक्षित है। अगर कोई हैकर इस नहीं इस तरह इस लेजर को हैक करके यह टिप्पणी करना चाहिए कि कुछ लोगों ने उसके खाते में $10000 की रकम ट्रांसफर की है तो उसके लिए ऐसा करना मुश्किल होगा क्योंकि वह इस तरह के ब्लॉकों की सीरीज पैदा नहीं कर सकता।
दूसरे, चूंकि यह एक ओपन और वितरित लेज़र है इसलिए वह किसी 1, 2, 10 या 100 कंप्यूटर को हैक कर दे तब भी दुनिया भर में मौजूद लाखों नोट्स में मौजूद डाटा सुरक्षित रहेगा अगर कोई सचमुच इस व्यवस्था को हैक करना चाहे तो उसे विश्वव्यापी ब्लॉकचेन नेटवर्क के आधे से ज्यादा नोट्स को हैक करना होगा जो कि लगभग असंभव है इसलिए कहा जा रहा है कि लेनदेन प्रणालियों का भविष्य ब्लॉकचेन में निहित है फिर भले ही सरकार से धन का ट्रांसफर हो या कर्मचारियों का तनख्वाह भेजने का मामला किसी विश्वविद्यालय से डिग्री को वितरित करने की व्यवस्था हो या फिर आधार जैसी पहचान प्रणालियों की देखरेख ब्लॉकचेन तकनीक ऐसी उन्नत किस्म की जरूरतों की सुरक्षित ढंग से पूरा करने में सक्षम है।